रोहित शर्मा
आईपीएल 2023 : अजमेर 2023 में आज मुंबई इंडियंस की टीम फाइनल में एक बार फिर से जगह पक्की करने के लिए मैदान में उतरी। रोहित शर्मा की कप्तानी करने वाले मुंबई इंडियंस की टीम अब तक पांच बार इंडियन प्रीमियर लीग की ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाने में टिकाब रही है। टीम अब अपने छठे खिताब से केवल दो कदम की दूरी पर है। स्कोकर एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस ने जिस तरह से लखनऊ सुपरजायंट्स को हराकर क्वालीफायर 2 में जगह बनाई थी, उसी तरह के खेल की उमीद एक बार फिर से होगी। इस बार फाइनल की राह इतनी भी आसान नहीं है। लेकिन आज का दिन मुंबई इंडियंस के लिए सीढ़ियों से उतरकर बहुत ज्यादा शुभ है। आज ही के दिन ठीक 10 साल पहले मुंबई इंडियंस ने इतिहास रचने का काम किया था। खुद मुंबई इंडियंस और उनके फैंस को जुझारू होगा कि आज फिर उसी तरह हो, जैसा कि दस साल पहले हुआ था।
मुंबई इंडियंस ने आज से दस साल पहले 26 मई 2013 को पहला खिताब जीता था
आज 26 मई 2023 है। आज से ठीक दस साल पहले 26 मई 2013 ही वो दिन था, जब मुंबई इंडियंस ने पहली बार मुख्यमंत्री का पहला खिताब अपना नाम किया था। हालांकि टीम साल 2008 से दुर्घटनाग्रस्त खेल रही थी, लेकिन पांच साल तक का खिताब नहीं आया। इससे पहले ऐसा नहीं था कि टीम के लिए बड़े और दिग्गज खिलाड़ी न खेल रहे हों, लेकिन रोहित शर्मा के हाथ में कप्तानी आते ही टीम इतनी मजबूत नजर आई कि बाकी सभी टीमें छूट गईं। साल 2013 में प्ले ऑफ में जो चार टीमें पहुंची थीं, उनमें 22 अंक लेकर सीएसके नंबर एक पर था। इसके बाद दूसरे नंबर पर 22 अंको के साथ मुंबई इंडियंस और 20 अंक लेकर राजस्थान रॉयल्स के अलावा 20 अंक लेकर सनराइजर्स हैदराबाद की टीमों में शीर्ष 4 में था। टीम फाइनल में जगह बना ली और वहां उसका खिताबी प्रतियोगी केकर बन गया। इससे पहले 2012 का उपनाम उनका नाम हो गया था। फाइनल में मुंबई इंडियंस के टक्कर एमएस धोनी की कप्तानी सीएसके से था, जो इससे पहले भी ट्रॉफी जीत चुकी थी।
मुंबई इंडियंस ने फाइनल में सीएसके को 23 से हराया था
2013 के फ़ाइनल में मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 148 रन बनाए थे। ये एक छोटा सा स्कोर था और पहली पारी के खत्म होने के वक्त किसी ने भी नहीं सोचा था कि कुछ खिताब जीत जाएगा। चेन्नई सुपरकिंग्स के समुद्र के ड्वेन ब्रावो ने एक तरह से कमर तोड़ दी थी। उन्नीस ने चार ओवर में 42 रन देकर चार विकेट चटकाए थे। अब मेकर का एक और टाइटल जीतने के लिए सीएसके को केवल 149 रनों की जरूरत थी। लेकिन शुरुआत से ही सीएसके एक कर आउट हो जाते हैं। माइक हसी ने एक रन बनाया। सुरेश राणा और श्री बद्रीनाथ जैसे खिलाड़ी तो अपना खाता भी नहीं खोला। रवींद्र जडेजा और क्रिस मॉरिस भी शूनी पर आउट हो गए। हालांकि कप्तान एमएस धोनी ने 45 गेंद पर 63 रन की विस्फोटक पारी खेली। इसमें पांच छक्के और तीन चौके शामिल थे। लेकिन पूरी टीम ने मिलकर 20 ओवर में नौ विकेट पर 125 रन ही बना सकी और मुंबई इंडियंस ने 23 रन से इस मैच को जीतकर खिताब पर कब्ज़ा कर लिया था।