ईशान किशन, ऋषभ पंत और संजू संसन
संजू सैमसन को लेकर टीम इंडिया में चयन के लिए बार-बार डिबेट होता रहता है। एक खेमा उनका समर्थन करता रहता है तो एक खेमा ऐसा भी है जो उनके प्रदर्शन में स्थिरता नहीं होने की बात कहता है। ऐसा ही कुछ बयान अब उनका एक ऐसा साथी की तरफ सामने आया है जो उनके राज्य के होने के साथ-साथ उनके साथ भी खेलते हैं और हमेशा उनका समर्थन भी करते हैं। लेकिन अब कुछ ऐसा हो गया कि सैमसन को इस साथी से भी लताड़ लग गया। मामला 2023 में संजू सैमसन ने बल्लेबाजी की और उनकी टीम ने जिस तरह से शुरुआत की थी वह अंत तक जारी नहीं रही। यही कारण था कि उनकी टीम 14 से 7 मैच जीतकर पांचवें स्थान पर रही और प्लेऑफ़ में भी नहीं पहुंची।
पिछले सीजन में उनकी टीम को उपविजेता बनाने वाले संजू सैमसन की इस साल की बल्लेबाजी से भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा। उन्होंने 14 मैचों में सिर्फ 362 रन बनाए जिसमें तीन अर्धशतक शामिल थे। यह उनकी टीम के अपभ्रंश का एक बड़ा कारण है। इसी पर जब सुनील गावस्कर ने रुक कर खेलने की सलाह दी तो उन्होंने माने नहीं। एक मैच के बाद उन्होंने यह भी कहा था कि, यह उनकी शैली है और वह ऐसे ही खेलेंगे। इस पर उनके पूर्व साथी एस. श्रीसंत ने संजू को काफी लताड़ा है। उन्होंने यहां तक कगे दिया कि, ईशान किशन और ऋषभ पंत आज भी उन्हें श्रेष्ठ हैं।
संजू सैमसन का बल्ला जोरदार अभियान 2023 में नहीं चल पाया
श्रीसंत ने संजू को खरी-खोटी सुनाई
श्रीसंत स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए संजू सैमसन नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि मैं संजू को सपोर्ट करता हूं क्योंकि अंडर-14 में वो मेरी कप्तानी में खेली है। जब भी पिछले 4-5 सालों में मैंने उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में देखा तो हमेशा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन करने और स्थिरता लाने के लिए कहा। यही कारण है कि ईशान किशन और ऋषभ पंत उनसे आगे थे और अभी भी काफी आगे हैं। इस दुर्घटना में जिस तरह से संजू 2-3 मैच में आउट हुए वो बिल्कुल भी ठीक नहीं था।
संजू ने गावस्कर की सलाह नहीं दी
इस कारण नाराज श्रीसंत
श्रीसंत ने आगे कहा कि, गावस्कर सर (सुनील गावस्कर) ने कहा था कि खुद को सेट होने के लिए कम से कम 10 गेंदों की आवक चाहिए। विकेट को पढ़ना चाहिए, फिर आप में वो टैलेंट है कि अगर आप 12 गेंदों पर 0 रन भी बनाते हैं तो आप उसके 25 गेंदों में 50 रन बना सकते हैं। लेकिन संजू ने लीग फेज के अंतिम चरण में राजस्थान के एक मैच में हारने के बाद कहा कि, यह मेरा स्टाइल नहीं है और मुझे यही पसंद है। यह मैं बिल्कुल भी हजम नहीं कर पा रहा हूं। संजू को अपना माइंडसेट होने से ज्यादा से ज्यादा मौकों का फायदा मिलेगा और खुद को सुधारना होगा।